महत्त्वपूर्ण सूचना: PAU ने आलू की फसल के लिए दी सलाह, लेट ब्लाइट का खतरा!
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (PAU) ने आलू उत्पादक किसानों को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है कि वे स्प्रिंकलर सिंचाई की विधियों को तुरंत रोक दें। यह चेतावनी पंजाब में बढ़ते लेट ब्लाइट संक्रमण के खतरे के मद्देनजर दी गई है, जहाँ पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की से मध्यम बारिश और घने कोहरे की स्थिति बनी हुई है।
⚠️ लेट ब्लाइट के खतरे को समझना
लेट ब्लाइट एक अत्यंत घातक पौधों की बीमारी है, जो पहले आलू की पत्तियों पर छोटे हरे पानी वाले धब्बों के रूप में प्रकट होती है। PAU के कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि ये छोटे लक्षण तेजी से बड़े गहरे भूरे या काले घावों में बदल सकते हैं, खासकर ठंडी और नम मौसम की स्थिति में। इन घावों के चारों ओर एक विशेष हल्का हरा-पीला घेरा होता है, जो संक्रमण का स्पष्ट संकेत है।
🧪 रासायनिक नियंत्रण के सुझाव
फसल की बीमारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए PAU इस प्रकार की सलाह देती है:
Indofil M-45 कीटनाशक का 500-700 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
यदि बीमारी पहले से ही प्रकट हो चुकी है या जोखिम का स्तर बढ़ गया है, तो अधिक आक्रामक उपचार प्रोटोकॉल लागू करें। इसमें निम्नलिखित रासायनिक का छिड़काव शामिल है:
Curzate M-8
Melody Duo 66.75 WP
Ridomil Gold
Sectin 60 WG (700g/acre)
वैकल्पिक रूप में, Revus 250 SC (250ml/acre) या Equation Pro (200ml/acre) का उपयोग करें, और हर 10 दिन में छिड़काव करने की सिफारिश की जाती है।
🌬️ अतिरिक्त मौसम संबंधी चिंताएँ
विश्वविद्यालय ने आने वाले दिनों में frost नुकसान के बढ़ते खतरे पर भी प्रकाश डाला है। किसानों को अपने क्षेत्रों की सतत निगरानी रखने और फसलों, बागों, और सब्जियों के लिए उचित सुरक्षा उपाय लागू करने का आह्वान किया गया है।
🔑 सारांश
PAU की यह तात्कालिक सलाह पंजाब में आलू की फसलों के लिए लेट ब्लाइट के तात्कालिक खतरे का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश प्रदान करती है। वर्तमान मौसम की स्थिति और बीमारी के जोखिम को देखते हुए, किसानों से तत्काल कार्रवाई की अपेक्षा की जा रही है ताकि उनकी आलू की पैदावार को सुरक्षित रखा जा सके।
🛡️ अपने आलू की फसल को संरक्षित करें और विशेषज्ञों की सलाह का पालन करें!🌱
⚠️ **निषेधात्मक सुझाव:
1. **रासायनिक सुरक्षा**: कीटनाशकों का उपयोग करते समय हमेशा पैकेट पर दिए गए निर्देशों का पालन करें।
2. **सुरक्षात्मक उपकरण**: छिड़काव के दौरान दस्ताने, मास्क और रबड़ के जूते पहनें।
3. **शिशुओं और जानवरों से दूर रखें**: कीटनाशक प्रयोग के समय बच्चों और घर के पालतू जानवरों को उचित दूरी पर रखें।
4. **प्रतिक्रिया की स्थिति में**: अगर किसी भी रासायनिक का उपयोग करते समय आपकी त्वचा पर जलन, खुजली या अन्य प्रतिक्रिया होती है तो तुरंत धुलाई करें और चिकित्सकीय सलाह लें।
📝 **इस सूचना में दी गई सलाह सामान्य कृषि प्रथाओं पर आधारित है। कृपया अपने स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से परामर्श करें और अपनी विशेष परिस्थितियों पर ध्यान दें।**
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