नीम और तुलसी के अर्क से बनाए गए कीटनाशक प्राकृतिक और जैविक होते हैं, जो फलों और सब्जियों के लिए सुरक्षित होते हैं। ये कीटनाशक जहरीले रसायनों के बिना कीटों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करते हैं। यहां इसकी वैज्ञानिक विधियां दी गई हैं:
1. नीम की ताज़ी पत्तियों से कीटनाशक:
- 1 किलो नीम की हरी पत्तियां और 5 लीटर पानी लें।
- पत्तियों को पीसें और रात भर छोड़ दें।
- सुबह इसे छान लें और 20 ग्राम साबुन मिलाएं।
- इस घोल को 1 सप्ताह तक उपयोग किया जा सकता है।
2. नीम के सूखे पत्तों से कीटनाशक:
- सूखी नीम की पत्तियों को 5 लीटर पानी में रात भर भिगोएं।
- पत्तियों को पीसें और छान लें।
- इसमें 20 ग्राम साबुन या 20 मिली स्टीकर मिलाएं।
3. नीम के बीज से कीटनाशक:
- 3-5 किलोग्राम नीम के बीज पीसें और 10 लीटर पानी में 3 दिन तक छोड़ें।
- एक लीटर अर्क को 9 लीटर पानी में घोलें और 100 मिली साबुन मिलाएं।
4. तुलसी के पत्तों का अर्क:
- 50 ग्राम तुलसी के पत्तों को पीसकर 2-3 लीटर पानी में रात भर भिगो दें।
- सुबह छान लें और 8-12 मिली तरल साबुन मिलाएं।
- यह घोल कैटरपिलर, फल मक्खी, लाल मकड़ी जैसे कीड़ों के नियंत्रण में मदद करता है।
इन विधियों से तैयार किए गए कीटनाशक फसलों के लिए सुरक्षित होते हैं और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
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