इस अदरक को लगा डाला, तो लाइफ झींगा-ला-ला

                                     

🌱 भारत की पहली अदरक किस्म ‘IISR सुरसा’

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (IISR) ने सब्जी के उपयोग के लिए विशेष रूप से विकसित की गई भारत की पहली अदरक किस्म, ‘IISR सुरसा’ का अनावरण किया है। यह गंध रहित किस्म अदरक को खाने के लिए और भी आकर्षक बनाने के लिए बनाई गई है, जिसमें उच्च स्वाद विशेषताएँ हैं।

🌾 किसानों के लिए उत्कृष्टता

IISR सुरसा को एक किसान-भागीदारी योजना के माध्यम से विकसित किया गया है। इस विशेष किस्म को विशेष रूप से समर्थन देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। केरल के कोडांचेरी, कोझिकोड के किसान जॉन जोसेफ ने इस किस्म के लिए आवश्यक मूल कंद प्रदान किया। इसके बाद, IISR की वैज्ञानिक टीम ने छह वर्षों तक इस किस्म का परीक्षण और अनुसंधान किया।

🚜 उच्च उत्पादन क्षमता

IISR सुरसा की खेती से वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करते हुए प्रति हेक्टेयर में 24.33 टन तक उत्पादन हो सकता है। यह किस्म कई परीक्षणों में सतत उत्पादन दिखा चुकी है, जिससे किसानों को स्थिर और उच्च उत्पादन का आश्वासन मिला है। इसकी खेती केरल, नागालैंड और ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की गई है।

🍂 किस्म की विशेषताएँ

  • कंद के गुण: सुरसा के कंद क्रीमी सुनहरे रंग के होते हैं, जो मोटी और रोबदार होते हैं।
  • फाइबर सामग्री: इसमें कम फाइबर सामग्री होती है, जिससे ये सूखी अदरक बनाने के लिए आदर्श होते हैं।
  • प्लास्टिक बैग में उत्पादन: इसकी खेती को पॉलीबैग में भी किया जा सकता है।

📆 अगली फसल के लिए तैयारी

IISR सुरसा की अनुसंधान टीम, जिसमें डॉ. सी.के. थांकामानी और अन्य वैज्ञानिक शामिल हैं, ने यह सुनिश्चित किया है कि यह किस्म व्यापारिक उपयोग के लिए बहुत उपयुक्त है। आगामी मई-जून बुवाई सत्र से किसान इस किस्म के इनपुट के लिए सीमित रूप से उपलब्ध होंगे, जिससे यह अदरक उत्पादकों के लिए नए अवसर प्रदान करेगा।


इस नई अदरक किस्म से लाभ उठाने के लिए तैयार रहें और अपने खेतों में इसे अवश्य शामिल करें! 🍃

Post a Comment

0 Comments