मानसून 2025 से खरीफ बुवाई को मिलेगी रफ्तार, 17 जून तक देश के अधिकतर हिस्सों में देगा दस्तक


देश के विभिन्न हिस्सों में खरीफ फसलों की बुवाई पहले ही शुरू हो चुकी है। इस बीच मानसून 2025 के आगमन की गति से किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 17 जून तक मानसून देश के अधिकतर हिस्सों में पहुंच जाएगा, जिससे खरीफ सीजन की बुवाई तेज़ी से आगे बढ़ सकेगी।

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों के भीतर मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में प्रवेश करेगा। उसके बाद के तीन दिनों में यह गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में भी पहुंच जाएगा। इससे न केवल खेती को गति मिलेगी, बल्कि आम जनता को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।

17 जून तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है। 15 जून तक पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ और बिहार में भी वर्षा के आसार हैं। 19 जून तक इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है।

महाराष्ट्र के कोंकण तट पर मानसून के मजबूत असर को देखते हुए अगले 24 घंटों के लिए रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा मुंबई, पुणे, पालघर, सतारा और कोल्हापुर के पहाड़ी क्षेत्रों में भी भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।

मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र, कच्छ और गोवा जैसे क्षेत्रों में 16 जून तक हल्की से मध्यम बारिश और 19 जून तक कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इससे इन इलाकों में खरीफ फसलों की बुवाई को नई गति मिलेगी।

उत्तर भारत के कई क्षेत्रों जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 13 से 19 जून के बीच हल्की से मध्यम बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है, और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ सकता है।

हालांकि 12 जून को राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 43 से 48 डिग्री तक पहुंच गया था। श्रीगंगानगर 47.8 डिग्री के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। 15 जून के बाद तापमान में गिरावट की संभावना है, जिससे लू की स्थिति में भी राहत मिलेगी।

19 जून तक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी मानसूनी वर्षा की संभावना जताई गई है। राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में 17 जून तक धूलभरी आंधी और हल्की बारिश के आसार भी बने रहेंगे।

AgriDoot सुझाव:
किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे मानसून की प्रगति को ध्यान में रखते हुए अपनी खरीफ फसलों की बुवाई की योजना बनाएं। Vyom GIS से अपने खेत की स्थिति की सटीक जानकारी लें और GYAN AI के माध्यम से क्षेत्रीय मौसम, रोग, पोषण और बुवाई से जुड़ी सलाह प्राप्त करें। यह समय है स्मार्ट निर्णय लेने का, जिससे फसल की उत्पादकता और लाभ में बढ़ोतरी हो सके।


Post a Comment

0 Comments