जैविक खेती करने जा रहे हैं..तो ये खबर आपके लिए है...🍁


शीतल हवालें की संघर्ष से सफलता की कहानी: जैविक खेती और डेयरी से 2.5 लाख रुपये की कमाई 💰🐄

शीतल हवालें, महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के अलाटे गांव के प्रगतिशील किसान, ने प्राकृतिक खेती अपनाकर अपनी जिंदगी को बदल दिया। सिर्फ आधे एकड़ में जैविक गुड़ उत्पादन से उन्होंने ₹2.5 लाख कमाए और देशी गायों के A2 दूध से एक सफल डेयरी व्यवसाय शुरू किया। उनकी कहानी न केवल किसानों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी दिखाती है कि खेती लाभदायक और पर्यावरण-अनुकूल हो सकती है।

🌱 रासायनिक खेती से जूझते संघर्षपूर्ण दिन

शीतल ने अपनी खेती की शुरुआत 3-4 एकड़ ज़मीन पर रासायनिक खेती से की थी। हालांकि, बढ़ती लागत, घटती उपज, और मिट्टी की बिगड़ती हालत ने उनके मुनाफे को लगभग खत्म कर दिया। खेती के प्रति उनका जुनून और पारिवारिक परंपरा के प्रति समर्पण के बावजूद, वे मुश्किलों से जूझते रहे।

🌟 जीवन बदलने वाला क्षण: गुरुदेव श्री श्री रविशंकर से प्रेरणा

2014 में, शीतल की बहन के कैंसर निदान ने उन्हें झकझोर दिया। इलाज की तलाश में उन्होंने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर का एक वीडियो देखा, जिसमें प्राकृतिक खेती के फायदे बताए गए थे। यह संदेश शीतल के दिल को छू गया, और उन्होंने महसूस किया कि मिट्टी और स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है।

🧑‍🌾 श्री श्री किसान मंच से जुड़ाव

शीतल ने श्री श्री किसान मंच से जुड़कर प्राकृतिक खेती के गुर सीखे। यहां उन्हें जीवामृत के बारे में पता चला, जो एक किफायती जैविक खाद है। यह सिर्फ ₹1,000 प्रति एकड़ खर्च में तैयार हो जाता है, जबकि रासायनिक खाद पर ₹10,000 तक खर्च होता था। उन्होंने मिश्रित फसल और प्राकृतिक खेती की अन्य विधियों को अपनाकर लागत घटाई और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाई।



📈 फायदे: लागत में कमी और बेहतर फसल स्वास्थ्य

  • सामूहिक संसाधन साझाकरण से उन्होंने बीज और खाद सस्ते दामों पर प्राप्त किए।
  • सीधे बाजार से जुड़ाव ने उनके उत्पादों को उचित मूल्य दिलाया।
  • प्राकृतिक खेती ने उनकी जमीन को सूखा-प्रतिरोधी और अधिक उपजाऊ बना दिया।

श्री श्री किसान मंच ने उन्हें सिर्फ खेती ही नहीं सिखाई, बल्कि ध्यान और युवा नेतृत्व प्रशिक्षण जैसे आर्ट ऑफ लिविंग के पाठ भी दिए। शीतल मानते हैं कि इन प्रथाओं ने उन्हें मानसिक शांति और कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति दी।


🐄 देशी गाय और A2 दूध का उत्पादन

शीतल ने गिर और साहीवाल जैसी देशी गायों को पालना शुरू किया, जो A2 दूध का उत्पादन करती हैं।

  • वर्तमान में, शीतल के पास 150 से अधिक गाय हैं।
  • वे 350+ ग्राहकों को A2 दूध की आपूर्ति करते हैं।

🥥 गुड़ उत्पादन से लाखों की कमाई

शीतल ने आधे एकड़ में जैविक गुड़ का उत्पादन शुरू किया और पिछले साल 81 टन गुड़ बेचकर ₹2.5 लाख कमाए।

🌾 1,00,000 किसानों को प्रेरणा

श्री श्री किसान मंच की मदद से, शीतल ने 1,00,000+ किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने में मदद की।

🌟 भविष्य के लिए दृष्टिकोण: भूमि के रक्षक

शीतल कहते हैं:

"मैं सिर्फ किसान नहीं हूं, बल्कि भूमि का रक्षक हूं। हमारा उद्देश्य संतुलन और समृद्धि सुनिश्चित करना है।"

उनकी कहानी यह दिखाती है कि खेती लाभदायक, टिकाऊ और संतोषजनक हो सकती है।

स्रोत

कृषि जागरण 

Post a Comment

0 Comments